123 गाँवों तक पहुँचेगा नर्मदा जल, किसानों को मिलेगा फायदा
मध्य प्रदेश में किसानों को सोलर पंप पर मिलेगी 90% सरकारी सहायता – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महेश्वर-जानापाव उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना का नाम बदलकर लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम पर रखने की घोषणा की है। इस परियोजना का शिलान्यास शुक्रवार को खरगौन जिले के मण्डलेश्वर में किया गया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर 982.59 करोड़ रुपये की इस परियोजना सहित कुल 1042.24 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
123 गाँवों को मिलेगा सिंचाई का लाभ
इस परियोजना के माध्यम से इंदौर, धार और खरगौन जिलों के 123 गाँवों में नर्मदा का जल पहुँचेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना से महेश्वर, धार जिले की पीथमपुर और इंदौर जिले की महू तहसील के किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी और किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।’
किसानों को सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने की पहल
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 2 लाख अस्थायी पंपधारक किसानों को सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने की योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को 3 से 7.5 हॉर्स पावर के सोलर पंप खरीदने में सहायता प्रदान करेगी। किसानों को केवल 10% राशि का भुगतान करना होगा, शेष राशि सरकार वहन करेगी। इससे किसानों को अस्थायी पंप कनेक्शन से मुक्ति मिलेगी और वे सौर ऊर्जा का उपयोग कर अपनी जरूरत की बिजली उत्पन्न कर सकेंगे।